प्रागननंदा का विजय अभियान रुका, हाओ बने रास्ते की बाधा, 56 चाल तक चली बाजी में हारे

भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रागननंदा का 18वें जिब्राल्टर शतरंज महोत्सव में पांच बाजियों से चला आ रहा विजय अभियान चीन के वांग हाओ से सातवें दौर में मिली हार के साथ ही थम गया। हमवतन पीवी नंदिता से पहली बाजी गंवाने के बाद लगातार पांच बाजियां जीतने वाले 14 वर्षीय प्रागननंदा ने हाओ का भी डटकर सामना किया, लेकिन आखिर में उन्हें 56 चाल तक चली बाजी में हार का सामना करना पड़ा। चीनी ग्रैंडमास्टर इस जीत से रूस के आंद्रे एस्पिपेंको और डेविड परावयान तथा ईरान के प्रथम मागसूदलू के साथ संयुक्त बढ़त पर पहुंच गया है। इन सभी के छह-छह अंक हैं। भारत के के. शशिकिरण को हराने वाले रूस के दानिल युफा और उनके हमवतन मिहेल कोबालिया के 5.5 अंक हैं।

दूसरी वरीयता प्राप्त मैक्सिम वाचियर लाग्रेव, पूर्व विश्व चैंपियन वेसलिन टोपालोव, भारत के बी अधिबान, कार्तिकेयन मुरली, आर्यन चोपड़ा, एसएस नारायणन, प्रागननंदा और डी गुकेश का नंबर आता है। इन सभी के पांच-पांच अंक हैं।